IGMPY Scheme 2023 – इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना की शुरुआत केंद्र सरकार ने 2010 में की इस योजना के तहत उन महिलाओ को सहायता करते है | जो महिलाएं गर्ववती होती है। इस योजना के मध्यम से कुछ हत तक गर्वती महिलाओ को सहायता हो सके इस कारण से इस योजना की शुरुआत की | इस योजना के माध्यम से उन सभी ग्रामीण तथा शहरी महिलाओं को सहायता करते जो महिलाएं गर्भवती हो और गरीब भी हो। इस योजना के माध्यम से गरीब महिलाओं का सहायता प्रदान करते है | ताकि उनकी आने वाली बच्चों को कोई भी तकलीफ ना हो | इस योजना में गर्भवती महिलाओं को कुछ धनराशि दी जाती है | जिससे कि वह अपना खान-पान अच्छे से कर सके और आने वाले बच्चों की देखभाल अच्छेसे कर सके ताकि उन आने वाले बच्चों को कोई भी तकलीफ ना हो | Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023
Indira Gandhi Matritva Poshan Scheme 2023 –
संगठन का नाम |
इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना |
उद्देश्य |
सभी ग्रामीण तथा शहरी महिलाओं को सहायता, |
राज्य का नाम |
सभी राज्य के अभ्यर्थी लाभ उठाएं |
योजना का शुभारंभ |
भारत सरकार |
विभाग |
राज्य सरकार / केंद्र सरकार |
आवेदन |
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आजकल बहुत से बच्चे जो है, वह कुपोषित तथा बहुत सारी बीमारियों के साथ पैदा होते हैं और इसी कारण सरकार ने यह योजना निकाली ताकि वह गर्भवती महिला को अच्छा खाना मिल सके ताकि उन बच्चों को कोई दिखत ना हो | इस योजना के माध्यम से महिला को धनराशि के रुप में दो किस्तो में धनराशि दी जाती है | पहले किस्तों में 6000 तथा दूसरे किस्ते मे 6000 दिया जाते है। गर्भवती महिला को पहले जो 6000 हैं वह गर्भवती के सातवें आठवें महीने में दिए जाते हैं। यह धनराशि सीधे महिला के खाते में जमा होती है। इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना का लाभ वही गर्भवती महिलाएं उठा सकती है | जो किसी भी सरकारी कर्मचारी के घर से संबंध ना रखती हो। इस योजना को देश के बहुत से जिलों में अपनाया गया है और बहुत से जिले इस योजना का लाभ उठा रहे है | इस योजना का लाभ उठाने के लिए अपने दस्तावेज अपने गांव के आंगनवाड़ी में जमा करने पड़ते है नहीं तो वह सारे दस्तावेज अपने गांव के सरकारी अस्पताल में जमा करने पड़ते हैं ,तभी वह इस सभी सुविधाओं और इस योजना का लाभ उठा सकती है | Indira Gandhi Poshan Yojana 2023
इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना के मुख्य उद्देश्य –
- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना के माध्यम से उन सभी गर्भवती महिलाओं को और दुध पिलाती हुई महिलाओं को सहायता करना है जो ग्रामीण क्षेत्र तथा शहरी क्षेत्रों से संबंध रखती है और वह गरीब परिवार से आती है |
- इस योजना के माध्यम से गर्भवती महिलाओ के पैदा होने वाले बच्चे जो होते हैं, वह कुपोषित पैदा होते हैं और उसी को कुपोषित को कम करने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है |
- देश में गरीब परिवार की महिलाओं को उनके गर्भवती के समय कोई भी समस्या ना हो और उन्हें किसी भी समस्या का सामना ना करना पड़े इस विचार से इस योजना की शुरुआत की गई है |
- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना को पूरे भारत में चलाया जा रहा है और ज्यादातर राज्य इस योजना का लाभ उठा रहे हैं , क्योंकि यह योजना सभी गरीब महिलाओं को सहायता प्रदान करती है जिनको इसकी सहायता की जरूरत होती है |
- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को कुछ धनराशि देकर उनको सहायता प्रदान करते हैं |
- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना के माध्यम से गर्भवती महिला के खाते में ₹6000 पहले की किस्ते में तथा 6000 रुपए दूसरे किस्ते में जमा होते हैं जिससे कि वह अपनी कुछ समस्या का समाधान खुद कर सकती है |
- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना का मुख्य उद्देश्य यह है, कि गरीब परिवार से आने वाली गर्भवती महिलाओं को उनके गर्भवती के समय कोई भी समस्या ना हो और उनके खानपान में कुछ कमी ना हो इसका विचार करके इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना की शुरुआत की गई है। क्योंकि बहुत से बच्चे जो पैदा होते हैं वह कुपोषण होते हैं |
- जो गर्भवती होती है उनके आने वाले बच्चे जो होते हैं वह देश का भविष्य होते हैं और सरकारी यह नहीं चाहती कि देश का भविष्य जो है वह खतरे में रहे इस वजह से इस योजना को शुरू करके महिलाओं को सहायता करते हैं |
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Rajasthan under Indira Gandhi Maternity Nutrition Scheme –
इंस्टॉलमेंट |
आर्थिक सहायता |
कब प्रदान की जाएगी | |
पहली इंस्टॉलमेंट |
₹ 1,000 |
गर्भावस्था जाच और पंजीकरण होने पर |
दूसरी इंस्टॉलमेंट |
₹ 1,000 |
दो प्रसव पूर्व जांच होने पर |
तीसरी इंस्टॉलमेंट |
₹ 1,000 |
संस्थागत प्रसव होने पर |
चौथी इंस्टॉलमेंट |
₹ 2,000 |
बच्चे की जन्म के 105 दिन तक सभी नियमित टीके लगने तथा बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने पर |
पांचवी इंस्टॉलमेंट |
₹ 1,000 |
बच्चे के जन्म के 3 माह के भीतर परिवार नियोजन के साधन अपनाने पर |
इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना के मुख्य लाभ –
- किशोर दा के माध्यम से गरीब तथा ग्रामीण और शहरी महिलाओं को सहायता करना जो गर्भवती है।
- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना के माध्यम से पैदा होने वाले बच्चों के प्रमाण में कुपोषित बच्चे ज्यादा पैदा हो रहे हैं और उसी कुपोषण को कम करने के लिए या बंद करने के लिए इस योजना को शुरू किया गया।
- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना को भारत के 53 जिलों में लागू किया गया है
- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना के माध्यम से गर्भवती महिला को ₹12000 दिए जाते हैं।
- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना के तहत धनराशि जो होती है ,वह सीधे उस महिला के खाते में जमा होती है |
- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना को शुरू करके भारत का मृत्यु दर कम करना और जन्म दर को बढ़ावा देना है |
- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना का लाभ वह महिलाएं नहीं उठा सकती जिसके पति सरकारी कर्मचारी है या वह सरकारी कर्मचारीयो के घर से संबंध रखती है। क्योंकि सरकारी कर्मचारियों के घर पर वेतन मिलता है, जो कि अपने गर्भवती महिलाओं का अच्छे से ध्यान रख सकते है।
- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना का लाभ केवल गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली महिलाएं उठा सकती है |
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