Chandrayaan-3 launch – Chandrayantri-3 लांच होने के बाद चंद्रयान 3 की जानकारी के लिए लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं ,कि chandrayaan-3 अभी तक कहां पहुंचा है | 14 जुलाई 2003 दोपहर 2:35 पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से chandrayaan-3 की लॉन्चिंग की गई थी | लांचिंग के बाद अभी तक चंद्रयान कितनी दूरी तय कर चुका है | कहां पर पहुंचा है सही और सटीक जानकारी इस पेज को नीचे दिए गए हिंदी आर्टिकल के माध्यम से आप सभी को प्राप्त होगा | chandrayaan-3 से संबंधित पूरी जानकारी इस पेज को नीचे स्टेप बाय स्टेप दी गई है |
Mission |
Chandrayaan 3 |
Mission type |
Lunar lander, rover, Propulsion Module |
Operator, Manufacturer, Contractor |
ISRO |
Payload mass |
Propulsion Module: 2148 kg Lander Module: 1752 kg including Rover of 26 kg Total: 3900 kg |
Chandrayaan 3 Launch date |
14 जुलाई 2023 |
Rocket |
GSLV Mk-III |
Chandrayaan 3 Launch Site |
Satish Dhawan Space Centre |
चंद्रयान 3 के स्टेटस के लिए chandrayaan-3 को ट्रेकिंग कर रहे हैं | हालांकि अंतरिक्ष के बीच में बहुत से अच्छे नजारे देखने को मिल रहे हैं chandrayaan-3 चंद्रमा पर कब पहुंचेगा | कुल कितना समय लगेगा इसकी भी जानकारी आप सभी को जल्दी मिलेगा chandrayaan-3 लाइव अपडेट के लिए आप सभी इस पेज पर आकर विजिट करते रहें | chandrayaan-3 की पल-पल की जानकारी तथा पल-पल का फोटो आप सभी को इस वेबसाइट के माध्यम से देखने को मिलेगा हालांकि अंतरिक्ष में ISRO CHANDRAYAAN-3 की पूरी जानकारी रख रहा है और अपने सेटेलाइट के माध्यम से CHANDRAYAAN-3 का फोटो लगातार अपडेट कर रहा है |
Important Dates –
Orbits |
Date |
First Orbit Raising Manoeuvre |
15th July2023 |
Second Orbit Raising Manoeuvre |
16th July 2023 |
Third Orbit Raising Manoeuvre |
18th July 2023 |
Fourth Orbit Raising Manoeuvre |
20th July 2023 |
Fifth Orbit Raising Manoeuvre |
25th July 2023 |
India Moon Mission Chandrayaan 3 –
भारत में chandrayaan-3 मिशन का इंतजार समाप्त हो चुका है | पूरा विश्व chandrayaan-3 को इस बार उड़ान भरते देखेगा chandrayaan-3 का टेस्टिंग भी पूरा का हो चुका है | मौसम विभाग के अनुसार 14 जुलाई 2023 chandrayaan-3 लॉन्च | चंद्रयान 3 में इस बार इस बेस्ट टेक्नोलॉजी का अच्छे से इस्तेमाल किया गया है | इसरो के चीफ सोमनाथ जी ने कहा है कि इस बार chandrayaan-3 में बड़े बदलाव किए गए हैं | chandrayaan-2 से chandrayaan-3 काफी बेहतर है जो chandrayaan-2 में गलती हुई थी | इस बार chandrayaan-3 में किसी प्रकार की गलती का गुंजाइश नहीं रखा गया है | chandrayaan-3 इस बार पूरी तरह से सक्षम होगा | |
Chandrayaan 2 Mission 2019 –
Chandrayaan-2 विश्व का पहला ऐसा मिशन था जो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव छेत्र में जाने वाला था | चंद्रमा पर दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र एक यह ऐसा क्षेत्र है जहां पर रोशनी नहीं पहुंचती है | चंद्रमा 2 का कुल बजट ₹978 था chandrayaan-2 चंद्रमा पर उतरने की संभावित तारीख 6 सितंबर 2019 रखा गया था | chandrayaan-2 में उपग्रह, लेंडर विक्रम एवं रोवर प्रज्ञान था | Chandrayaan-2 का सतह पर लैंडिंग होने से 2.1 किमी पहले संपर्क टूट गया रिसर्च के अनुसार बताया जा रहा था, कि chandrayaan-2 में सॉफ्टवेयर की गलती की वजह से ISRO का संपर्क टूटा जिसके कारण CHANDRAYAAN-2 अपने परीक्षा में विफल रहा लेकिन CHANDRAYAAN-2 से CHANDRAYAAN-3 में काफी बदलाव किए गए हैं | CHANDRAYAAN-3 में लांचिंग के समय या लैंडिंग के समय किसी भी प्रकार की गलती नहीं हो सकती है | क्योंकि इसको इस प्रकार से तैयार किया गया है, कि आगे किसी भी प्रकार की गलती ना हो सभी गलतियों को ध्यान में रखकर CHANDRAYAAN-3 का लॉन्च किया जा रहा है | |
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